Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan (PMSMA) : एक समय था जब भारत में हर साल गर्भावस्था और प्रसव के दौरान लाखों माओं और बच्चों की मौत हो जाती थी| फिर धीरे-धीरे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार आया और इस विशाल संख्या में कमीं आई| मगर फिर भी आम गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य सेवाओं में चेक अप के लिए अस्पतालों में नहीं जाने की वजह से यह संख्या विश्व के अन्य देशों के मुकाबले काफी ज्यादा बनी रही|
एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार साल 1990 में एक लाख स्वस्थ बच्चों के जन्म के दौरान लगभग 560 मातृ-शिशु की मौत हो जाती थी| इसके बाद जब साल 2015 के आंकड़े आएं तब यह आंकड़ा हालांकि कम होकर 140 पर आ गया था, मगर फिर भी यह बहुत ही ज्यादा था|
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) क्या है?
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) गर्भवती महिलाओं के लिए प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके तहत प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्देश्य है कि भारत में गर्भावस्थाव व प्रसव के दौरान एक भी जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य को नुकसान न हो और गर्भावस्था के दौरान सभी गर्भवती स्त्रियों को अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिलें| वैसे भी सुरक्षित मातृत्व परिभाषा यही होती है की मातृत्व के दौरान माता और बच्चों को पूरी स्वास्थ्य सेवाएं मिलें जिससे जच्चा बच्चा स्वस्थ हो| इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राइवेट डॉक्टरों से भी हर माह के नौ तारिक को सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस या सुरक्षित मातृत्व दिवस के दिन सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सेवाएं देने की अपील की है|
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) की शुरुआत
गर्भावस्था व प्रसव के दौरान होने वाली मौतों को कम करके, सुरक्षित व स्वस्थ जच्चा-बच्चा के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जून 2016 को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) की शुरुआत की है| इसके प्रारंभ दिवस के अनुरूप ही हर माह की 9वीं तारीख़ को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के रूप में मनाया जाता है| यह एक एकल खिड़की प्रणाली है, जहां पर गर्भवती स्त्रियों को जांच, दवाओं आदि के लिए अलग-अलग स्थानों पर भागने की तकलीफ नहीं उठानी पड़ती है|
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) का पोर्टल और लॉग इन
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) के तहत आपको अगर कोई भी जानकारी चाहिए तो आप इस अभियान के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर सम्पूर्ण जानकारी के साथ अपने आप को रजिस्टर्ड भी करा सकते हैं| इस योजना के तहत लॉगिन करने के लिए बहुत ही आसान व्यवस्था की गई है|
Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan (PMSMA) का उद्देश्य और विशेषताएं
उन गरीब महिलाओं गर्भवती महिलाओं को सही देखभाल और पोषण दिया जा सके, जिनकी पहुंच बड़े अस्पतालों तक नहीं है|
इस योजना का एक उद्देश्य गर्भवती महिला को प्रसव और उसके पूर्व की जटिलताओं से अवगत करा कर तैयार करना भी है|
इस योजना के तहत गर्भवती स्त्री के रक्ताल्पता, गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि का उचित प्रबंधन करना भी है|
इस योजना के प्रारंभ में लक्ष्य 3 करोड़ गर्भवती महिलाओं के लिए रखा गया था|
यह योजना सिर्फ गर्भवती महिलाओं के लिए है| इसके तहत गर्भावस्था के 4 महीने पूर्ण होने के उपरांत आप इस अभियान में लॉग इन करा कर या सीधे अस्पतालों से संपर्क कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं|
अगर किसी गर्भवती महिला ने अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में भी अपना नाम दर्ज करा रखा है तो भी वे इस योजना के तहत जांच करवा सकते हैं|
महिलाओं को कोई असमंजसता न हो, इसके लिए हर माह की नौ तारीख को अस्पतालों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के तहत प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों द्वारा जांच और सलाह दी जाती है|
इस योजना के तहत अस्पतालों में आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को जांच का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाता है, जिसमें अल्ट्रासाउंड, दवाएं और कैल्शियम सप्लीमेंट आदि प्रदान किया जाता है|
यह एक एकल खिड़की प्रणाली है, जिससे गर्भवती महिलाओं को कम परेशानी हो|
इस योजना के तहत रिस्क के अनुसार हर गर्भवती स्त्री को जांच कार्ड पर रेड, ग्रीन, येलो और ब्लू स्टीकर चिपकाया जाता है, और उसी के अनुरूप उनकी देखभाल की जाती है|
इस योजना के तहत किशोरी उम्र में गर्भधारण किए हुए स्त्रियों के उच्च रिस्क फैक्टर की वजह से विशेष देखभाल की जाती है|https://pmsma.nhp.gov.in/?lang=hi
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